अनेकता में एकता कहलने वाला भारत
आज जाति में किस प्रकार विविधता है ?
मत बाटो जाति चाँद तो मुसलमानो और हिन्दू दोनों के पर्व में आता है
फिर जाति क्यो बटाते हो?
मानव जाति ही सबसे बड़ी जाति है
ये सिर्फ नाम के लिए रहगया है ।
आज मानव मानव विविधता है,
कही खो गया है मानव की मानवता ।
एक नन्हे से बच्चे के भविष्य का खिलवाड़ जाति के नाम पर क्यो?
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