आज का कठिन और कड़वा सत्य "आज मानव मन मानवता की ओर नही परन्तु पशुता की ओर बढ़ रहा है।"
मानव की मानवता है भी की नही ये नही पता मानव की मानवता कही खो गया है। "अमित चन्द्रवंशी"
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