भगवान - भूमि , गगन , वायु , नीर
वास्तव में ये चारों ही सबसे बड़ा भगवान है।
ये चारों के बिना जीवन सम्भव नही है।
भूमि को बंजर मत करो भूमि में परमाणु बम आदि ना छोड़ो।
जिस प्रकार घर में छत होता है उसी प्रकार भूमि के छत गगन है।
गगन बहुत प्यारी है इसलिए पल पल रूप बदलती है।
वायु धरती को हवा देने वाला पंखा है पंखा हवा देता है लेकिन वायु मानव को जीवन।
नीर के बिना ना धरती है ना गगन नाहि शुद्ध वायु।
मानव के सर पर केस होता है उसी प्रकार धरती के भी केस है नदी।
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